राजस्थान की धरती पर इतिहास, परंपरा और रंगों का संगम देखना हो तो जोधपुर से बेहतर कोई ठिकाना नहीं। “नीला शहर” के नाम से मशहूर जोधपुर अपने भव्य किलों, आलीशान महलों, खूबसूरत मंदिरों और जीवंत बाजारों से पर्यटकों को अपनी ओर खींचता है। आज हम इस लेख में जोधपुर की सैर पर चलते हैं और उसके प्रमुख पर्यटन स्थलों की झलकियां देखते हैं।
इतिहास का साक्षी: मेहरानगढ़ किला
जोधपुर की गौरव गाथा बयां करता है 15वीं शताब्दी में बना मेहरानगढ़ किला। 125 मीटर ऊंची चट्टान पर स्थित यह किला शहर का प्रतीक है। किले के अंदर संग्रहालय, हथियारों का कक्ष और शाही महल आपको राजपूत शासन की शानदार झलक दिखाते हैं। किले से सूर्यास्त का नजारा देखना एक अविस्मरणीय अनुभव होता है।
रंगों का महल: उम्मेद भवन पैलेस
20वीं शताब्दी में बना उम्मेद भवन पैलेस अपनी भव्यता से सबको मोहित कर लेता है। शानदार वास्तुकला और इंटीरियर डिजाइन का बेहतरीन उदाहरण यह महल आज एक हेरिटेज होटल के रूप में संचालित है। यहां रुकना या घूमना आपको राजशाही जीवन का अहसास कराएगा।
जसवंत थड़ा: संगमरमर का स्वर्ग
जोधपुर के शासकों की समाधि स्थल जसवंत थड़ा को “मेवाड़ का ताजमहल” भी कहा जाता है। सफेद संगमरमर से निर्मित यह स्मारक अपनी नक्काशी और सुंदरता के लिए विख्यात है। जसवंत थड़ा झील के किनारे बना है, जिसका शांत वातावरण मन को सुकून देता है।
अन्य दर्शनीय स्थल
- घंटाghar: जोधपुर का ऐतिहासिक घंटाghar शहर के बीचोंबीच स्थित है। इसकी खास बात यह है कि इसके चारों ओर बाजार लगा रहता है।
- राव जोधा डेजर्ट पार्क: रेगिस्तान के बीच बने इस पार्क में वन्यजीवों और पौधों की विविधता देखी जा सकती है।
- मंडोर गार्डन: ऐतिहासिक स्मारकों और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर मंडोर गार्डन पिकनिक मनाने के लिए भी अच्छी जगह है।
- खरीदारी: जोधपुर में सदर बाजार से लेकर सोनारपुरा तक आपको हस्तशिल्प, कपड़े, आभूषण और मसालों की भरमार मिलेगी।
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जोधपुर कब जाएं और क्या करें
जोधपुर घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का होता है, जब मौसम सुहावना रहता है। यहां आप ऊंट सफारी, लोक नृत्य देखना, रेगिस्तान में कैम्पिंग करना और स्वादिष्ट राजस्थानी व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते हैं।
जोधपुर आपके इंतजार में
तो इतिहास, संस्कृति, कला और खूबसूरत नजारों से भरपूर जोधपुर की सैर पर निकलने का प्लान बनाइए और नीले शहर के जादू में खो जाइए।
जोधपुर पर्यटन – FAQs
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जोधपुर को “नीला शहर” क्यों कहा जाता है?
जोधपुर की पुरानी बस्ती में अधिकांश घर नीले रंग से रंगे होने के कारण इसे “नीला शहर” कहा जाता है। माना जाता है कि नीला रंग शहर को ठंडा रखता है और मच्छरों को दूर भगाता है।
2. जोधपुर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहें कौन सी हैं?
- mehrangarh किला: इस शानदार किले में राजपूत शासन का समृद्ध इतिहास झलकता है। इसके संग्रहालय में हथियार, चित्रकला और शाही पालकियां देखी जा सकती हैं।
- उम्मेद भवन पैलेस: इस भव्य महल को आज एक शानदार होटल में बदल दिया गया है। इसके वास्तुकला और अंदरूनी डिजाइन देखने लायक हैं।
- जसवंत थडा: संगमरमर से बना यह स्मारक राजपूत राजाओं को समर्पित है। इसकी सुंदर वास्तुकला और शांत वातावरण देखने लायक है।
- घंटाघर: शहर के बीचों बीच स्थित यह ऐतिहासिक घंटाघर सूर्योदय के समय सबसे खूबसूरत नजारा प्रस्तुत करता है।
- मंडोर गार्डन: इस प्राचीन उद्यान में राजाओं के स्मारक और सुंदर नक्काशी देखी जा सकती हैं।
3. जोधपुर जाने का सबसे अच्छा समय कब है?
सर्दियों का मौसम (अक्टूबर से मार्च) जोधपुर घूमने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। गर्मियों (अप्रैल से जून) में काफी गर्मी पड़ती है, इसलिए इस समय यात्रा करने से बचना चाहिए। मानसून के मौसम (जुलाई से सितंबर) में भी बारिश की वजह से परेशानी हो सकती है।
4. जोधपुर तक कैसे पहुंचे?
- हवाई जहाज: जोधपुर में एक एयरपोर्ट है जहां देश के कई प्रमुख शहरों से सीधी उड़ानें उपलब्ध हैं।
- ट्रेन: जोधपुर रेलवे स्टेशन देश के कई शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
- बस: जोधपुर तक राजस्थान के अन्य शहरों और पड़ोसी राज्यों से बस सेवा उपलब्ध है।
5. जोधपुर में कहाँ ठहरें?
जोधपुर में हर बजट के अनुसार होटल, गेस्ट हाउस और हॉस्टल उपलब्ध हैं।
- लक्जरी प्रवास के लिए उम्मेद भवन पैलेस या ताज हरणीवास पैलेस जैसे होटल चुनें।
- बजट यात्रा के लिए शहर के भीतर कई गेस्ट हाउस और हॉस्टल मिल जाएंगे।
6. जोधपुर में क्या खाएं?
- मक्खनिया लस्सी: एक ठंडी और ताज़गी देने वाली ड्रिंक।
- पकोड़े: विभिन्न सब्जियों से बने तले हुए स्नैक्स।
- दाल बाटी चूरमा: राजस्थानी व्यंजनों का प्रसिद्ध व्यंजन।
- गट्टे की सब्जी: बेसन के गोलों से बनी स्वादिष्ट सब्जी।
- मिरची का भर्ता: तीखी और स्वादिष्ट सब्जी।
7. जोधपुर में क्या खरीदें?
- बांधनी कपड़े: रंगीन और सुंदर कढ़ाई वाले कपड़े।
- मोतियों के आभूषण: जोधपुर के मोती अपने बेहतरीन क्वालिटी के लिए जाने जाते हैं।
- मिनीएचर पेंटिंग्स: राजस्थानी शैली में बनी सुंदर पेंटिंग्स।
- लकड़ी के खिलौने: हाथ से बने खूबसूरत और अद्वितीय खिलौने।
- मसाले और मिट्टी के बर्तन: जोधपुर के मसाले और मिट्टी के बर्तन भी प्रसिद्ध हैं।
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