राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में बसा सीकर शहर (Sikar City) अपने समृद्ध इतिहास, जीवंत संस्कृति और खूबसूरत हवेलियों के लिए जाना जाता है। अरावली पहाड़ियों की तलहटी में बसा यह शहर पर्यटकों को राजस्थानी विरासत और परंपराओं का एक अनूठा अनुभव प्रदान करता है। अगर आप राजस्थान की रंगीन गलियों में खो जाना चाहते हैं, तो सीकर आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
इतिहास के झरोखे: Sikar के किले और हवेलियां
सीकर का इतिहास 17वीं शताब्दी से जुड़ा है, जब शेखावाटी राजपूतों ने इसकी स्थापना की थी। शहर में कई ऐतिहासिक किले और हवेलियां हैं, जो उस दौर की भव्यता और कलात्मकता को दर्शाती हैं:
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Sikar फोर्ट: शहर के ऊपर स्थित यह शानदार किला पहाड़ी पर बना है और शहर के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है। किले के भीतर शीश महल, राजप्रताप हॉल और हनुमान मंदिर जैसे दर्शनीय स्थल हैं।
- हवेलियां: सीकर को “हवेलियों का शहर” भी कहा जाता है। यहां सैकड़ों से अधिक हवेलियां हैं, जो अपनी जटिल वास्तुकला, सुंदर चित्रों और नक्काशियों के लिए प्रसिद्ध हैं। इनमें से कुछ प्रमुख हवेलियां हैं हवेली हवेली, गोविंद टाटी हवेली, कस्तूरी लाल हवेली और आनंद भवन।
धर्म और आस्था के केंद्र: Sikar के मंदिर
सीकर में कई मंदिर हैं, जो हिंदू और जैन धर्म के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण हैं:
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1. हरसरजी का मंदिर:
- 18वीं शताब्दी में बना यह भव्य मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है।
- मंदिर की वास्तुकला और मूर्तिकला देखने लायक है।
- मंदिर परिसर में कई छोटे मंदिर भी हैं, जिनमें भगवान शिव, हनुमान, गणेश और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं।
2. शांतदेवी मंदिर:
- माता शांतादेवी को समर्पित यह मंदिर शहर के बीचों बीच स्थित है और श्रद्धालुओं के बीच काफी लोकप्रिय है।
- मंदिर में माता शांतादेवी की भव्य मूर्ति स्थापित है।
- मंदिर परिसर में कई छोटे मंदिर भी हैं, जिनमें भगवान शिव, हनुमान, गणेश और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं।
3. गोपाल गोपाल मंदिर:
- इस्कॉन मंदिर के रूप में भी जाना जाने वाला यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है।
- मंदिर परिसर में गायत्री मंदिर भी स्थित है।
- मंदिर में सुबह और शाम आरती होती है, जिसमें भक्त बड़ी संख्या में भाग लेते हैं।
4. जैन मंदिर:
- सीकर में कई जैन मंदिर भी हैं, जिनमें दिगंबर जैन मंदिर, श्वेतांबर जैन मंदिर और तेरापंथ जैन मंदिर प्रमुख हैं।
- इन मंदिरों में भगवान महावीर, भगवान पार्श्वनाथ और अन्य जैन तीर्थंकरों की मूर्तियां स्थापित हैं।
- जैन मंदिर अपनी शांत वातावरण और सुंदर वास्तुकला के लिए जाने जाते हैं
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जीणमाता मंदिर Sikar :
स्थान: जीणमाता मंदिर Sikar शहर से लगभग 40 किलोमीटर दूर, रेवासा गांव में स्थित है।
इतिहास:
- यह मंदिर देवी जीणमाता को समर्पित है, जिन्हें शेखावाटी क्षेत्र में शक्ति की देवी के रूप में जाना जाता है।
- माना जाता है कि जीणमाता यहाँ एक पत्थर की मूर्ति में विराजमान हैं।
- मंदिर का निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ था।
वास्तुकला:
- मंदिर की वास्तुकला राजस्थानी शैली में है।
- मंदिर का मुख्य द्वार भव्य और नक्काशीदार है।
- मंदिर के गर्भगृह में देवी जीणमाता की मूर्ति स्थापित है।
- मंदिर परिसर में कई छोटे मंदिर भी हैं, जिनमें भगवान शिव, हनुमान, गणेश और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं।
खातू श्याम जी मंदिर
स्थान: खाटू श्याम जी मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में खाटू नामक गांव में स्थित है। यह जयपुर से 100 किलोमीटर और सीकर से 80 किलोमीटर दूर है।
संस्कृति और परंपराओं का खजाना: Sikar के त्योहार और बाजार
सीकर की जीवंत संस्कृति का अनुभव करने के लिए यहां के त्योहारों और बाजारों में घूमना न भूलें:
- शीश महल महोत्सव: फरवरी में आयोजित होने वाला यह लोकप्रिय महोत्सव राजस्थानी कला, संस्कृति और परंपराओं का जश्न मनाता है। इसमें लोक नृत्य, संगीत, हस्तशिल्प प्रदर्शनी और अन्य कार्यक्रम होते हैं।
- सीकर लोक महोत्सव: मार्च में आयोजित होने वाला यह महोत्सव राजस्थानी लोक कलाकारों का शानदार प्रदर्शन प्रस्तुत करता है।
- बाजार: सीकर के बाजारों में पारंपरिक राजस्थानी कपड़े, हस्तशिल्प, आभूषण, मसाले और बहुत कुछ मिलता है। खरीदारी करने के साथ-साथ आप यहां के स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनकी संस्कृति को भी समझ सकते हैं।
आसपास के दर्शनीय स्थल:
- सालासर बालाजी: सीकर से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित सालासर बालाजी का मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है और हिंदू धर्म के अनुयायियों के बीच काफी लोकप्रिय है।