राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में बसा नवलगढ़ (Nawalgarh) एक ऐसा खूबसूरत शहर है, जिसे पर्यटन मानचित्र पर अभी पूरी तरह से खोजा नहीं गया है। लेकिन यही इसकी खासियत है। यहां आपको इतिहास, संस्कृति और वास्तुकला का एक अनूठा मिश्रण मिलेगा, जो आपको मंत्रमुग्ध कर देगा।
हवेलियों का शहर: नवलगढ़ को भी “हवेलियों का शहर” कहा जाता है। इसकी गलियों में 18वीं और 19वीं शताब्दी में बनी सुंदर हवेलियां मौजूद हैं, जो अपनी जटिल वास्तुकला और रंगीन चित्रों के लिए प्रसिद्ध हैं। इन हवेलियों पर पौराणिक कथाओं, धार्मिक दृश्यों और दैनिक जीवन से जुड़े चित्र बने हैं, जो इतिहास प्रेमियों को बहुत आकर्षित करते हैं। कुछ प्रमुख हवेलियां हैं – गोविंद निवास, आनंद भवन, अजीत भवन और हवा महल।
अन्य ऐतिहासिक स्थल: हवेलियों के अलावा, नवलगढ़ में और भी कई आकर्षक स्थल हैं, जैसे:
- नवलगढ़ किला: 1737 में निर्मित यह किला शहर के ऊपर ऊंचा स्थित है और शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। किले के भीतर कई महल, मंदिर और हॉल हैं, जो मुगल और राजपूत वास्तुकला का एक सुंदर संगम प्रदर्शित करते हैं।
- सीता राम मंदिर: भगवान सीता राम को समर्पित यह सुंदर मंदिर अपनी जटिल नक्काशियों और मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है।
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- बासठ कटोरा कुआं: 62 सीढ़ियों वाला यह ऐतिहासिक कुआं अपने जमाने में पानी का प्रमुख स्रोत था। इसकी वास्तुकला भी देखने लायक है।
पर्यटन गतिविधियां: नवलगढ़ में आप हवेलियों और किले के भ्रमण के अलावा ऊंट सफारी, ग्रामीण इलाकों की सैर, लोककला प्रदर्शन और स्वादिष्ट राजस्थानी भोजन का आनंद ले सकते हैं।
कैसे पहुंचे: झुंझुनू जिले में स्थित नवलगढ़ तक हवाई जहाज, ट्रेन और बस से पहुँचा जा सकता है। निकटतम हवाई अड्डा जयपुर (190 किमी) और निकटतम रेलवे स्टेशन झुंझुनू (80 किमी) है।
कहां ठहरें: नवलगढ़ में कई बजट के अनुरूप होटल और गेस्ट हाउस उपलब्ध हैं। आप अपनी पसंद और जरूरत के हिसाब से ठहरने की जगह चुन सकते हैं।
यात्रा का सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च के महीनों में मौसम सुहावना होने के कारण घूमने का सबसे अच्छा समय है।
नवलगढ़ पर्यटन उन लोगों के लिए एकदम सही है, जो भीड़-भाड़ से दूर इतिहास और संस्कृति से जुड़ना चाहते हैं। यहां की शांत गलियां, रंगीन हवेलियां और ऐतिहासिक स्थल आपको एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेंगे। तो देर किस बात की, नवलगढ़ की यात्रा की योजना बनाएं और राजस्थान के इस छिपे हुए रत्न को खोजें!
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