28 वर्ष की आयु में फेमिना Miss India Tripura 2017, Rinki Chakma का निधन हो गया है। यह पूर्व ब्यूटी क्वीन पिछले दो वर्षों से कैंसर से जूझ रही थीं लेकिन अंततः इस बीमारी के आगे हार मान ली। रिंकी चकमा के निधन से शोक की लहर दौड़ गई है। मिस इंडिया पेजेंट के आधिकारिक पेज ने उनके निधन की खबर साझा करते हुए उन्हें एक उल्लेखनीय महिला और प्रेरणादायक शख्सियत बताया है।
रिंकी को साल 2022 में ब्रेस्ट कैंसर का पता चला था। इसके बाद उनकी सर्जरी हुई, लेकिन बीमारी उनके फेफड़ों और दिमाग तक फैल गई थी। वह बहादुरी से लड़ती रहीं, लेकिन आखिरकार इस बीमारी ने उनकी जान ले ली।
मिस इंडिया त्रिपुरा रिंकी चकमा: Miss India Tripura Rinki Chakma
जन्म: 25 अगस्त 1995
जन्मस्थान: त्रिपुरा, भारत
पेशा: मॉडल, अभिनेत्री, सामाजिक कार्यकर्ता
शिक्षा: कला स्नातक
रिंकी चकमा की उपलब्धियां:
- मिस इंडिया त्रिपुरा 2017 का खिताब जीता
- फेमिना मिस इंडिया 2017 में मिस ब्यूटी विद अ पर्पस का खिताब जीता
- मिस इंडिया वर्ल्ड 2017 में भारत का प्रतिनिधित्व किया
रिंकी चकमा का जीवन:
रिंकी चकमा का जन्म 25 अगस्त 1995 को त्रिपुरा में हुआ था। उन्होंने कला स्नातक की डिग्री प्राप्त की और मॉडलिंग और अभिनय में अपना करियर शुरू किया। 2017 में, उन्होंने मिस इंडिया त्रिपुरा 2017 का खिताब जीता और फेमिना मिस इंडिया 2017 प्रतियोगिता में मिस ब्यूटी विद अ पर्पस का खिताब भी जीता। उन्होंने मिस इंडिया वर्ल्ड 2017 में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया।
मॉडलिंग और अभिनय:
रिंकी चकमा ने कई मॉडलिंग असाइनमेंट किए हैं और कुछ टेलीविजन विज्ञापनों में भी दिखाई दी हैं। उन्होंने एक हिंदी फिल्म में भी अभिनय किया है।
Jamtara train accident: 2 की मौत
स्तन कैंसर: Breast Cancer
स्तन कैंसर क्या है?
स्तन कैंसर तब होता है, जब स्तन की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और अनियंत्रित हो जाती हैं। ये असामान्य कोशिकाएं ट्यूमर का रूप ले सकती हैं, जो घातक या गैर-घातक हो सकती हैं। स्तन कैंसर महिलाओं में होने वाला सबसे आम कैंसर है, हालांकि पुरुषों में भी यह दुर्लभ रूप से हो सकता है।
स्तन कैंसर लक्षण:
स्तन कैंसर के कई लक्षण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
- स्तन में गांठ महसूस होना
- स्तन के आकार या आकार में बदलाव
- निप्पल के आकार या रंग में बदलाव
- निप्पल से तरल पदार्थ का रिसाव
- स्तन की त्वचा में लालिमा या डिंपल पड़ना
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये लक्षण अन्य स्थितियों के कारण भी हो सकते हैं। यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है।
स्तन कैंसर के जोखिम कारक:
कई कारक स्तन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- उम्र बढ़ना
- परिवार में स्तन कैंसर का इतिहास होना
- स्तनपान न करवाना
- शराब का अधिक सेवन
- मोटापा
स्तन कैंसर की जल्दी पहचान ही बेहतर इलाज:
स्तन कैंसर का जल्दी पता लगाना उपचार की सफलता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, महिलाओं को नियमित रूप से अपने स्तनों की जांच करनी चाहिए और किसी भी असामान्यता पर ध्यान देना चाहिए। 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को डॉक्टर द्वारा नियमित रूप से मैमोग्राम करवाना भी चाहिए।
स्तन कैंसर उपचार:
स्तन कैंसर के उपचार के कई विकल्प उपलब्ध हैं, जिनमें सर्जरी, रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी शामिल हैं। उपचार का सबसे अच्छा विकल्प आमतौर पर कैंसर के चरण और अन्य कारकों के आधार पर निर्धारित किया जाता है। हालांकि स्तन कैंसर को पूरी तरह से रोका नहीं जा सकता है, लेकिन स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से इसके जोखिम को कम किया जा सकता है। इसमें नियमित व्यायाम, स्वस्थ भोजन करना, शराब का सेवन सीमित करना और धूम्रपान से बचना जैसी आदतें शामिल हैं।
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