भारतीय मीडिया जगत में एक ऐतिहासिक घटना घटी है। मुकेश अंबानी की Reliance Industries Limited (RIL) और वॉल्ट Disney कंपनी ने अपने डिजिटल स्ट्रीमिंग और टेलीविज़न संपत्तियों का भारत में विलय कर दिया है। इस विलय से 8.5 बिलियन डॉलर की एक मीडिया दिग्गज कंपनी का निर्माण हुआ है, जो मनोरंजन और खेल जगत के कम से कम 100 चैनलों और दो डिजिटल स्ट्रीमिंग प्लेटफार्मों को अपने अंतर्गत समेटेगी।

Reliance-Disney merger
Reliance-Disney merger

यह सौदा वायाकॉम18 और स्टार इंडिया के कारोबारों को मिलाकर बनाया गया है, जहां वायाकॉम18 के मीडिया उपक्रम का स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में विलय हो जाएगा। इस संयुक्त उद्यम को रिलायंस इंडस्ट्रीज नियंत्रित करेगी। इस समझौते के तहत, रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास 16.34% स्वामित्व होगा, वायाकॉम18 के पास 46.82% और डिज़नी की हिस्सेदारी 36.84% होगी। डिज्नी विनियामक और तीसरे पक्ष के अनुमोदन के अधीन कुछ अतिरिक्त मीडिया संपत्तियों का भी योगदान दे सकती है। रिलीアンス ज्वाइंट वेंचर की विकास रणनीति के लिए 11,500 करोड़ रुपये (लगभग 1.4 बिलियन डॉलर) का निवेश करेगी।

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विशेषज्ञों का मानना है कि इस Reliance-Disney merger के दूरगामी प्रभाव होंगे और यह भारतीय मनोरंजन उद्योग का परिदृश्य बदल देगा। आइए देखें कैसे:

  • मजबूत कंटेंट निर्माण: रिलायंस की व्यापक पहुंच और डिज्नी की वैश्विक सामग्री निर्माण क्षमता के साथ, यह संयुक्त उद्यम उच्च-गुणवत्ता वाली मनोरंजक सामग्री का निर्माण कर सकता है। भारतीय दर्शकों की पसंद को पूरा करने के साथ-साथ वैश्विक बाजारों में भी सेंध लगा सकता है।

  • डिजिटल प्रभुत्व: इस विलय से भारत के स्ट्रीमिंग युद्ध में एक बड़ी ताकत का उदय होगा। रिलायंस जियो की庞大な ग्राहक आधार और डिज्नी+ हॉटस्टार की मौजूदा स्ट्रीमिंग सेवा को मिलाकर यह मजबूत डिजिटल प्लेटफॉर्म खड़ा होगा।

  • खेल का बदलता परिदृश्य: दोनों कंपनियों के पास पहले से ही मजबूत खेल पोर्टफोलियो हैं, और इस विलय से भारतीय खेल प्रसारण में एक नया अध्याय शुरू हो सकता है। यह दर्शकों को अधिक विकल्प और बेहतर कवरेज प्रदान कर सकता है।

  • स्थानीय प्रतिभा को बढ़ावा: डिज्नी की वैश्विक पहुंच के साथ, भारतीय प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल सकता है।

हालांकि, कुछ चुनौतियां भी हैं, जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। जैसे, इतने बड़े Reliance-Disney merger को सुचारू रूप से चलाना, कंटेंट विविधता कायम रखना और दर्शकों के हितों का संरक्षण करना।

कुल मिलाकर, रिलायंस-डिज्नी Reliance-Disney merger भारतीय मनोरंजन जगत के लिए एक गेम चेंजर साबित हो सकता है। यह दर्शकों को बेहतर कंटेंट, अधिक विकल्प और एक मजबूत डिजिटल अनुभव प्रदान कर सकता है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि यह विलय आने वाले समय में कैसा प्रदर्शन करता है।

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