भारतीय चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए चुनावी बांड डेटा ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। कोयंबटूर स्थित फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज पीआर कंपनी राजनीतिक दलों को चुनावी बांड के माध्यम से दान करने वाली सबसे बड़ी कंपनी के रूप में उभरी है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, फ्यूचर गेमिंग ने पिछले कुछ वर्षों में ₹1368 करोड़ की आश्चर्यजनक राशि का दान दिया है। यह राशि किसी भी अन्य कंपनी द्वारा किए गए दान से कहीं अधिक है, चुनावी बांड प्रणाली की शुरुआत के बाद से यह एक बेजोड़ रिकॉर्ड है।
फ्यूचर गेमिंग: इलेक्टोरल बॉन्ड का सबसे बड़ा दानदाता Future Gaming: Biggest Donor of Electoral Bond
- लॉटरी का धंधा: फ्यूचर गेमिंग की स्थापना 1991 में भारत के जाने-माने लॉटरी व्यवसायी सैंटियागो मार्टिन द्वारा की गई थी। कंपनी मूल रूप से तमिलनाडु में स्थित थी, लेकिन बाद में राज्य में लॉटरी प्रतिबंध के कारण अपना अधिकांश कारोबार केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में स्थानांतरित कर लिया।
- व्यापक जाल: वर्तमान में फ्यूचर गेमिंग देश के 13 राज्यों में सक्रिय है, जहां लॉटरी का आयोजन अभी भी वैध है। कंपनी बेहद लोकप्रिय ‘डियर लॉटरी’ की एकमात्र वितरक है और अपने दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर भारत के कार्यों के लिए क्रमशः मार्टिन कर्नाटक और मार्टिन सिक्किम लॉटरी जैसी सहायक कंपनियों के माध्यम से काम करती है।
लॉटरी किंग कौन है? Who is Lottery king?
भारत में लॉटरी के कारोबार का नाम आते ही एक शख्सियत का नाम सबसे पहले जेहन में आता है – सैंटियागो मार्टिन इन्हें कई बार “भारत के लॉटरी किंग” की उपाधि भी दी जाती है।
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सैंटियागो मार्टिन ने 1991 में फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज पीआर की स्थापना की। यही कंपनी उन्हें देश के सबसे बड़े लॉटरी व्यवसायियों में से एक बनाती है।
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मूल रूप से तमिलनाडु में स्थापित, फ्यूचर गेमिंग को बाद में राज्य में लॉटरी प्रतिबंध के कारण अपना कारोबार केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में स्थानांतरित करना पड़ा। वर्तमान में कंपनी देश के 13 राज्यों में सक्रिय है, जहां लॉटरी का आयोजन अभी भी वैध है।
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फ्यूचर गेमिंग बेहद लोकप्रिय ‘डियर लॉटरी’ की एकमात्र वितरक है। कंपनी दक्षिण भारत में मार्टिन कर्नाटक और पूर्वोत्तर भारत में मार्टिन सिक्किम लॉटरी जैसी सहायक कंपनियों के माध्यम से अपने कारोबार को संचालित करती है।
फ्यूचर गेमिंग पर आरोप: Allegations on Future Gaming
- ईडी की जांच के घेरे में: हालाँकि फ्यूचर गेमिंग भारत की सबसे बड़ी लॉटरी कंपनियों में से एक है, लेकिन यह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दायरे में भी आ चुकी है। ईडी ने कंपनी पर आरोप लगाया है कि वह लॉटरी टिकटों की बिक्री से प्राप्त आय का इस्तेमाल अवैध रूप से उपहार और प्रोत्साहन देने में करती है।
- कथित हेराफेरी: इसके अलावा, जांच में पाया गया कि 2014 और 2017 के बीच कंपनी ने कथित रूप से लगभग ₹400 करोड़ की राशि को अवैध रूप से कमाया। ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले के सिलसिले में सैंटियागो मार्टिन के दामाद के परिसरों पर भी छापेमारी की है। इतना ही नहीं, मार्टिन से सीबीआई द्वारा शुरू किए गए एक अलग मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भी पूछताछ की गई है।
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चुनावी फंडिंग की पहेली: Election funding puzzle
- पारदर्शिता पर सवाल: फ्यूचर गेमिंग द्वारा चुनावी बांड के माध्यम से किए गए भारी दान ने चुनावी फंडिंग की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। चुनावी बांड प्रणाली को राजनीतिक दलों को दान देने में गुमनामी लाने से रोकने के लिए शुरू किया गया था, लेकिन फ्यूचर गेमिंग के मामले ने इस प्रणाली की कमजोरियों को उजागर कर दिया है।
- अस्पष्ट इरादे: यह स्पष्ट नहीं है कि कंपनी ने इतनी बड़ी राशि का दान क्यों किया और इस दान का राजनीतिक दलों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।