आज 30 मार्च 2024, राजस्थान के स्थापना दिवस (Rajasthan Diwas) का शुभ अवसर है। 75 साल पहले, 1949 में आज ही के दिन, 19 रियासतों और 3 ठिकानों को मिलाकर ‘राजस्थान’ की स्थापना हुई थी। इस एकीकरण में करीब साढ़े आठ साल का समय लगा था। राजस्थान, क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा राज्य है, जिसे “वीरता की भूमि” या “राज्यों की भूमि” के नाम से जाना जाता है। यह उत्तर-पश्चिम में स्थित एक ऐसा राज्य है, जहां विविधताओं से भरपूर संस्कृति निवास करती है। आज के दिन हम इसी गौरवशाली इतिहास और समृद्ध परंपरा को याद करते हैं।

आजादी से पहले इस क्षेत्र को ‘राजपूताना’ के नाम से जाना जाता था। 7 चरणों में रियासतों का एकीकरण पूरा होने के बाद इसका नाम ‘राजस्थान’ रखा गया, जो संस्कृत भाषा के शब्द ‘राज’ और ‘स्थान’ से मिलकर बना है। क्षेत्रफल के लिहाज से आज यह भारत का सबसे बड़ा राज्य है, जो अपने गौरवशाली इतिहास, समृद्ध संस्कृति और वीरता के लिए प्रसिद्ध है।

राजस्थान दिवस का महत्व: Significance of Rajasthan Diwas

यह दिवस राजस्थान के गठन का जश्न मनाने और इसकी समृद्ध विरासत को सम्मान देने का अवसर है। इस दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिनमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, रैली, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं और शैक्षिक प्रदर्शनी आदि शामिल हैं। ये कार्यक्रम न केवल लोगों को राज्य के इतिहास और संस्कृति से जोड़ते हैं बल्कि युवा पीढ़ी में गर्व की भावना भी जगाते हैं।

Rajasthan Diwas
                                                        Rajasthan Diwas

राजस्थान दिवस 30 मार्च को मनाया जाता है, जो कि राजस्थान के गठन का प्रतीक है। 1949 में, 19 रियासतों और 3 ठिकानों को मिलाकर “राजस्थान” नामक एक नया राज्य बनाया गया था। इस एकीकरण में करीब 8 साल का समय लगा था।

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Rajasthan Diwas का महत्व अनेक कारणों से है:

1. ऐतिहासिक महत्व:

यह दिवस राजस्थान के गौरवशाली इतिहास का स्मरण कराता है। यह हमें उन वीर योद्धाओं और राजाओं को याद करने का अवसर देता है जिन्होंने इस धरती पर शासन किया और उसकी रक्षा की।

2. सांस्कृतिक महत्व:

राजस्थान अपनी समृद्ध संस्कृति और विरासत के लिए जाना जाता है। यह दिवस हमें अपनी संस्कृति और परंपराओं को याद करने और उन्हें आने वाली पीढ़ी को सौंपने का अवसर देता है।

3. सामाजिक महत्व:

Rajasthan Diwas विभिन्न धर्मों, भाषाओं और समुदायों के लोगों को एकजुट करने का प्रतीक है। यह दिवस हमें सद्भाव, भाईचारे और एकता का संदेश देता है।

4. राजनीतिक महत्व:

यह दिवस राजस्थान के राजनीतिक विकास और प्रगति का प्रतीक है। यह हमें राज्य सरकार की उपलब्धियों और भविष्य के लक्ष्यों को याद करने का अवसर देता है।

5. आर्थिक महत्व:

Rajasthan Divas राजस्थान की पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने का अवसर है। यह दिवस हमें राज्य की समृद्ध पर्यटन क्षमता और आर्थिक विकास की संभावनाओं को याद दिलाता है।

मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का शुभकामना संदेश: Greeting message from Chief Minister Bhajan Lal Sharma:

मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी इस अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि राजस्थान पर्यटन, लोक कला, संस्कृति और समृद्ध विरासत के लिए विश्वभर में जाना जाता है। यहाँ के इतिहास में शौर्य और वीरता की गाथाएं रची-बसी हैं।

मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों का आह्वान किया है कि वे आपसी सद्भाव और भाईचारे को मजबूत बनाने के साथ ही राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत और समृद्ध परंपराओं को अक्षुण्ण बनाए रखने का संकल्प लें।

Rajasthan Diwas:-‘सद्भाव की संस्कृति को सहेजने का दिवस’, ‘आपसी सद्भाव व भाईचारे को मजबूत बनाएं’

Rajasthan Diwas के अवसर पर, राज्य के सभी नागरिकों को शुभकामनाएं!

यह दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि आत्मनिरीक्षण और प्रतिबद्धता का अवसर भी है। आइए, हम इस गौरवशाली धरती की समृद्ध विरासत को सहेजने का संकल्प लें।

राजस्थान अपनी विविधता के लिए जाना जाता है। यहाँ विभिन्न भाषाओं, धर्मों और संस्कृतियों के लोग भाईचारे के साथ रहते हैं। यह सद्भाव ही हमारी ताकत है, जिसे हमें सदैव बनाए रखना चाहिए।

आइए, मिलकर करें राजस्थान का सम्मान:

Rajasthan Divas सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि यह हमारी ज़िम्मेदारी भी है कि हम इस धरती की अमूल्य विरासत को संजोएं और आने वाली पीढ़ी को सौंपे। आइए, मिलकर राजस्थान की संस्कृति, परंपरा और वीरता की गाथा को आगे बढ़ाएं।

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