MS धोनी: या जिन्हें आप प्यार से “माही” के नाम से जानते हैं, का जन्म 7 जुलाई 1981 को रांची, झारखंड की धरती पर हुआ था। उनका बचपन किसी भी अन्य रांची के लड़के की तरह ही बीता, स्कूल की कक्षाओं को क्रिकेट के मैदान से बदलना और फुटबॉल के पीछे दौड़ना। हालाँकि, धोनी में कुछ अलग था। एक जन्मजात प्रतिभा, उनके पास गेंद को हिट करने की एक सहज शक्ति और विकेट के पीछे बिजली की गति थी।
उनका शुरुआती करियर विनम्र था, रांची के क्रिकेट क्लबों और बिहार की अंडर-19 टीम में खेलना। लेकिन धोनी की दृढ़ता और जुनून ने उन्हें जल्द ही राष्ट्रीय दृश्य पर ला खड़ा किया। 2004 में, उन्हें भारतीय वनडे टीम में शामिल किया गया, जिससे उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ पदार्पण किया।
हालाँकि उनका डेब्यू शानदार नहीं रहा, लेकिन धोनी ने जल्द ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया। उनका शांत स्वभाव, दबाव में शांत रहने की क्षमता और बिजली की तेज विकेटकीपिंग ने उन्हें टीम के लिए एक अमूल्य संपत्ति बना दिया।
2007 में, भारत के क्रिकेट इतिहास में एक निर्णायक मोड़ आया। मात्र 27 वर्ष की आयु में, धोनी को भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान बनाया गया। इस युवा कप्तान के नेतृत्व में, भारत ने उद्घाटन टी20 विश्व कप जीतकर इतिहास रचाया। यह जीत एक राष्ट्रीय जुनून को जगाने वाली थी, और धोनी को रातोंरात एक स्टार बना दिया।
आने वाले वर्षों में, धोनी की कप्तानी में भारत क्रिकेट के शिखर पर पहुंच गया। उन्होंने 2011 में विश्व कप और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर भारत को विश्व क्रिकेट में एक ताकत के रूप में स्थापित किया। उनकी रणनीतिक दिमाग, शांतचित्त नेतृत्व और मैदान पर त्वरित निर्णय लेने की क्षमता ने उन्हें भारतीय क्रिकेट जगत का एक किंवदंती बना दिया।
2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बावजूद, धोनी आज भी भारतीय क्रिकेट के सबसे लोकप्रिय हस्तियों में से एक हैं। वह अभी भी आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हैं, जहां उन्हें “कप्तान कूल” के रूप में जाना जाता है। रांची का यह लड़का, जिसने कभी स्कूल के मैदानों पर गेंदबाजी की थी, वह अब भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक अविस्मरणीय विरासत छोड़ चुका है।
धोनी भारतीय सेना की पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल की मानद रैंक रखते हैं, यह उन्हें 2011 में भारतीय सेना द्वारा एक क्रिकेटर के रूप में राष्ट्र की सेवा के लिए प्रदान किया गया था।
MS धोनी का परिवार:
माता-पिता:
- पिता: पान सिंह (मेकॉन कंपनी में कार्यरत)
- माता: देवकी देवी (गृहिणी)
भाई-बहन:
- भाई: नरेंद्र सिंह धोनी (राजनीतिज्ञ)
- बहन: जयंती गुप्ता (अध्यापिका)
पत्नी और बच्चे:
- पत्नी: साक्षी धोनी
- बेटी: जीवा सिंह धोनी
अन्य:
- धोनी रांची में एक फार्महाउस में रहते हैं।
- धोनी को क्रिकेट, फुटबॉल, बाइक चलाना और बागवानी जैसे कई शौक हैं।
MS धोनी की शिक्षा:
स्कूली शिक्षा:
- धोनी ने अपनी स्कूली शिक्षा रांची के डीएवी जवाहर विद्या मंदिर से पूरी की।
- वे फुटबॉल और बैडमिंटन में भी अच्छे थे।
- वे स्कूल में अपनी फुटबॉल टीम के गोलकीपर थे।
कॉलेज शिक्षा:
- धोनी ने सेंट जेवियर्स कॉलेज, रांची से बी.कॉम की पढ़ाई की।
ध्यान दें:
- धोनी ने अपनी शिक्षा बीच में ही छोड़ दी और क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया।
MS धोनी की घरेलू क्रिकेट में शुरुआत:
प्रारंभिक वर्ष:
- धोनी ने 1998 में क्रिकेट खेलना शुरू किया।
- उन्होंने रांची के क्रिकेट क्लब, बिहार क्रिकेट क्लब के लिए खेलना शुरू किया।
- 1999-2000 में, उन्होंने बिहार अंडर-19 टीम के लिए खेलना शुरू किया।
- 2001-02 में, उन्होंने भारत अंडर-19 टीम के लिए खेलना शुरू किया।
रणजी ट्रॉफी:
- धोनी ने 2003-04 में बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी में पदार्पण किया।
- उन्होंने 2004-05 में ईस्ट ज़ोन के लिए रणजी ट्रॉफी खेली।
MS धोनी की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शुरुआत:
वनडे क्रिकेट:
- धोनी ने 23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव में वनडे क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था।
- उन्होंने इस मैच में 1 रन बनाया था।
- धोनी ने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे मैच में 183 रन बनाए, जो एक विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सर्वोच्च स्कोर था।
टेस्ट क्रिकेट:
- धोनी ने 2 दिसंबर 2005 को श्रीलंका के खिलाफ चेन्नई में टेस्ट क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था।
- उन्होंने इस मैच में 3 रन बनाए थे।
- धोनी ने 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में 148 रन बनाए, जो उनका टेस्ट क्रिकेट में सर्वोच्च स्कोर है।
टी20 क्रिकेट:
- धोनी ने 1 फरवरी 2007 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहान्सबर्ग में टी20 क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था।
- उन्होंने इस मैच में 18 रन बनाए थे।
- धोनी ने 2007 में भारत को पहला टी20 विश्व कप जीत दिलाया।
धोनी की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शुरुआत शानदार नहीं रही थी, लेकिन उन्होंने जल्द ही अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया और भारत के सबसे सफल क्रिकेटरों में से एक बन गए।
MS धोनी की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कप्तानी:
धोनी 2007 में 27 साल की उम्र में भारत के कप्तान बने थे।
उनकी कप्तानी में भारत ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं:
- 2007 टी20 विश्व कप: धोनी की कप्तानी में भारत ने पहला टी20 विश्व कप जीता।
- 2011 विश्व कप: धोनी की कप्तानी में भारत ने 28 साल बाद दूसरा विश्व कप जीता।
- 2013 चैंपियंस ट्रॉफी: धोनी की कप्तानी में भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती।
- 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी: धोनी की कप्तानी में भारत ने 2013 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती।
धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 से 2014 तक टेस्ट क्रिकेट में नंबर 1 रैंकिंग हासिल की।
धोनी को उनकी रणनीति, शांत स्वभाव और मैच के दौरान त्वरित निर्णय लेने की क्षमता के लिए जाना जाता है।
धोनी की कप्तानी में भारत ने कई युवा खिलाड़ियों को पेश किया, जिनमें विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा शामिल हैं।
धोनी 2017 में वनडे और टी20 क्रिकेट से संन्यास ले चुके थे, लेकिन उन्होंने 2019 में विश्व कप के लिए वापसी की थी।
धोनी 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से पूरी तरह से संन्यास ले चुके हैं।
धोनी को भारत के सबसे सफल क्रिकेट कप्तानों में से एक माना जाता है।
MS धोनी के पुरस्कार:
राष्ट्रीय पुरस्कार:
- 2008: पद्मश्री
- 2018: पद्म भूषण
- 2008 में भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार
अन्य पुरस्कार:
- 2007: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर
- 2008: आईसीसी टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर
- 2009: राजीव गांधी खेल रत्न
- 2011: सीएनएन-आईबीएन इंडियन ऑफ द ईयर
- 2011: एमएस धोनी को 2011 में विजडन क्रिकेटर्स ऑफ द ईयर के पांच क्रिकेटरों में से एक चुना गया था।
- 2013: एमएस धोनी को 2013 में विजडन क्रिकेटर्स ऑफ द ईयर के पांच क्रिकेटरों में से एक चुना गया था।
- 2017: आईसीसी स्पिरिट ऑफ क्रिकेट अवार्ड
- 2020: आईसीसी पीपुल्स चॉइस अवार्ड
MS धोनी एक महान क्रिकेटर हैं जिन्होंने भारत को कई महत्वपूर्ण जीत दिलाई हैं। वे अपनी शांत नेतृत्व शैली, रणनीतिक कौशल और मैदान पर त्वरित निर्णय लेने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
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