Supaul News today: शुक्रवार की सुबह, 22 मार्च 2024, बिहार (Bihar) के सुपौल जिले के बकोर गांव में अचानक चीख-पुकार मच गई। अभी सूरज निकल ही रहा था, तभी लगभग सात बजे निर्माणाधीन बकोर पुल (Bakaur Bheja Bridge) पर एक भयानक हादसा हो गया। पुल का भारी गार्डर अचानक से तड़तड़ाता हुआ नीचे गिर पड़ा। धूल का गुबार उठा और मजदूरों की चीखें आसमान चीरने लगीं।
यह गार्डर, जैसा कि बताया जा रहा है, 50, 51 और 52 नंबर पिलर को जोड़ने वाला था। हादसे में कई मजदूर गार्डर के नीचे दब गए। आसपास काम कर रहे मजदूर सहम गए। कुछ को तो गंभीर चोटें आईं वहीं कुछ गार्डर के मलबे में फंसे हुए थे।
मौके पर तुरंत मजदूरों के साथ-साथ आसपास के ग्रामीण भी मदद के लिए दौड़ पड़े। चीख-पुकार के बीच मजदूरों को बाहर निकालने का प्रयास शुरू हुआ। सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और बचाव दल भी घटनास्थल पर पहुंच गए।
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी कौशल कुमार खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस हादसे में 1 मजदूर की दुखद मृत्यु हो गई है और 9 अन्य घायल हैं। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है।
यह पुल 1200 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा था और इसे भारत का सबसे बड़ा पुल बताया जा रहा था। मगर अभी निर्माण पूरा होने से पहले ही हुआ ये हादसा सवाल खड़े कर देता है। फिलहाल बचाव कार्य जारी है और मलबे में दबे हुए मजदूरों को निकालने की कोशिश की जा रही है।
इस हादसे से पूरे इलाके में शोक का माहौल है। मृतक मजदूर के परिवार पर तो दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। हमारी संवेदनाएं उनके साथ हैं। साथ ही घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करते हैं। यह भी उम्मीद की जाती है कि संबंधित विभाग इस घटना की जांच करें और भविष्य में निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा ना हों।
बिहार में बन रहा है देश का सबसे लंबा रिवर ब्रिज: भेजा-बकौर पुल: Bakaur Bheja Bridge of Kosi River Bihar: Longest River Bridge of India
बिहार में एक महत्वाकांक्षी परियोजना जोरों पर चल रही है – कोसी नदी (Kosi River Bihar) पर बनने वाला देश का सबसे लंबा रिवर ब्रिज (Longest River Bridge of India), जिसे भेजा-बकौर पुल (Bakaur Bheja Bridge) या कभी-कभी सिर्फ बकौर पुल (Bakaur Bridge) के नाम से भी जाना जाता है।
पुल का महत्व: Significance of Bakaur Bheja Bridge
- यह पुल सुपौल और मधुबनी जिलों को जोड़ने वाली कोसी नदी के ऊपर बनाया जा रहा है।
- बनने के बाद, ये पूरे बिहार में सबसे लंबा रिवर ब्रिज होगा, जिसकी लंबाई (एप्रोच रोड सहित) 10.2 किलोमीटर से अधिक होगी।
- इस पुल के बन जाने से सुपौल और मधुबनी के बीच की यात्रा दूरी लगभग 50 किलोमीटर तक कम हो जाएगी।
- यह पुल इस क्षेत्र में संपर्क को बेहतर बनाने और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाला एक प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना है।
निर्माण की स्थिति (22 मार्च 2024 तक):
- दुर्भाग्य से, शुक्रवार, 22 मार्च 2024 को निर्माण स्थल पर एक दुर्घटना हो गई। खबरों के अनुसार, पिलर नंबर 50, 51 और 52 के पास पुल का एक गार्डर गिर गया।
- इस हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए। फिलहाल बचाव कार्य जारी है।
परियोजना विवरण:
- इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत लगभग ₹1199.58 करोड़ (लगभग $148 मिलियन USD) बताई जा रही है।
- निर्माण कार्य भारतमाला परियोजना (भारत का राष्ट्रीय राजमार्ग विकास कार्यक्रम) के तहत किया जा रहा है।
सुरक्षा चिंताएं:
- हालिया दुर्घटना निर्माण स्थल पर सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर सवाल खड़े करती है।
- उम्मीद है कि दुर्घटना के कारणों की गंभीर जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
भविष्य की राह:
- इस दुर्घटना के बावजूद, भेजा-बकौर पुल का निर्माण जारी रहने की उम्मीद है।
- बनने के बाद, यह बिहार के परिवहन नेटवर्क की एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा।
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