दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों में गठबंधन कर चुनाव लड़ने के लिए सहमति जताई है।

हालांकि, अभी तक सीटों के बंटवारे को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। सूत्रों के अनुसार, AAP 4 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, जबकि कांग्रेस को 3 सीटें मिल सकती हैं।

यह गठबंधन दोनों दलों के लिए फायदेमंद हो सकता है। AAP को दिल्ली में कांग्रेस के वोट बैंक का लाभ मिल सकता है, जबकि कांग्रेस को AAP के मजबूत संगठन का फायदा मिल सकता है।

यह गठबंधन भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर सकता है, जो 2014 से दिल्ली में सभी 7 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल कर रही है।

delhi aam aadmi party congress united
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AAP-Congress के बीच सीटों का बंटवारा इस प्रकार होगा:

  • AAP: 4 सीटें (नई दिल्ली, उत्तर-पश्चिम दिल्ली, पश्चिम दिल्ली, और दक्षिण दिल्ली)
  • कांग्रेस: 3 सीटें (पूर्वी दिल्ली, उत्तर-पूर्व दिल्ली, और चांदनी चौक)

    AAP-congress
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UP  में भी Congress-SP गठबंधन:

उत्तर प्रदेश में भी 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन बन चुके हैं।

यहाँ उत्तर प्रदेश में गठबंधन की स्थिति:

  • सपा-कांग्रेस गठबंधन: समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन किया है।
  • सीटों का बंटवारा:
    • सपा: 63 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
    • कांग्रेस: 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
  • अन्य दल:
    • राष्ट्रीय लोक दल (RLD) भी इस गठबंधन में शामिल हो सकता है।
    • कुछ अन्य छोटे दलों के भी गठबंधन में शामिल होने की संभावना है।
Congress-SP
Congress-SP

यह गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर सकता है।

यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि:

  • यह गठबंधन अभी भी प्रारंभिक चरण में है।
  • दोनों दलों के बीच कुछ मतभेद भी हो सकते हैं।
  • यह गठबंधन सफल होगा या नहीं, यह समय ही बताएगा।

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (SP) ने भी गठबंधन कर लिया है। इस गठबंधन में:

  • कांग्रेस: 17 सीटें
  • SP: 63 सीटें

गठबंधन का महत्व:

  • दिल्ली और उत्तर प्रदेश में BJP को टक्कर देने के लिए ये गठबंधन बहुत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।
  • 2024 के लोकसभा चुनावों में BJP को कड़ी चुनौती देने के लिए विपक्षी दल एकजुट हो रहे हैं।
  • इन गठबंधनों के माध्यम से विपक्षी दल वोटों के बंटवारे को रोकना चाहते हैं और BJP के खिलाफ एक मजबूत वोट बैंक बनाना चाहते हैं।

AAP की ताकत का परीक्षण:

  • हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी पार्टी के विधायकों को खरीदने की BJP की साजिश का आरोप लगाते हुए राजनीतिक संकट खड़ा कर दिया था।
  • इस पृष्ठभूमि में AAP पार्टी ने अपनी ताकत का परीक्षण करने के लिए विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया।
  • यह प्रस्ताव भारी बहुमत से पारित हो गया, जिससे यह पता चला कि AAP पार्टी को दिल्ली में काफी समर्थन प्राप्त है।

2024 चुनावों पर प्रभाव:

  • इन गठबंधनों और राजनीतिक घटनाक्रमों का 2024 के लोकसभा चुनावों के परिणामों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना है।
  • दिल्ली और उत्तर प्रदेश में BJP को कड़ी चुनौती देने के लिए विपक्षी दलों के एकजुट होने से आने वाले चुनावों में राजनीतिक शक्ति संतुलन बदलने की संभावना है।

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अतिरिक्त विवरण:

  • AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन दिल्ली में BJP के वर्चस्व को चुनौती देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
  • यह गठबंधन दोनों पार्टियों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
  • AAP को दिल्ली में अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद मिल सकती है, जबकि कांग्रेस को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी स्थिति में सुधार करने का मौका मिल सकता है।
  • उत्तर प्रदेश में SP-कांग्रेस गठबंधन भी BJP के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर सकता है।
  • यह गठबंधन राज्य में BJP के वर्चस्व को खत्म करने में मदद कर सकता है।
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