भारतीय कैलेंडर और हिंदू कैलेंडर के अनुसार, महा शिवरात्रि (Maha Shivaratri) फाल्गुन (उत्तर भारतीय कैलेंडर के अनुसार) महीने में 08 मार्च, 2024 को मनाई जाएगी। यह दिन भगवान शिव को समर्पित है और हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है। इस दिन भक्तगण उपवास करते हैं, पूजा और ध्यान करते हैं, और शिव मंदिरों में सतर्कता से जाते हैं। यह एक अनूठा त्योहार है जो रात के दौरान मनाया जाता है। भगवान शिव की आराधना करने से उनके पिछले पापों में से एक को दूर किया जा सकता है और उन्हें मोक्ष प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।

Maha Shivaratri
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महाशिवरात्रि के उपवास का महत्व हिंदू धर्म में विशेष रूप से मान्यता है।

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महा शिवरात्रि उपवास (Maha Shivaratri Fasting/ Vrat/ Puja)

महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करने और उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने के लिए उपवास किया जाता है। 

  • पापों का नाश: महाशिवरात्रि के दिन उपवास करने से भगवान शिव की कृपा मिलती है और पापों का नाश होता है। यह उपवास भक्तों को शुभ फल प्रदान करता है और उन्हें अध्यात्मिक उन्नति की ओर ले जाता है।
  • शिव की पूजा: महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने से उनकी कृपा मिलती है और विशेष रूप से उनके भक्तों के पापों का नाश होता है। शिव की पूजा करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त होती है।
  • आत्म-नियंत्रण: उपवास करने से शरीर और मन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। यह आत्म-विकास और आध्यात्मिक उन्नति की ओर एक कदम होता है।
  • शिव रात्रि की महिमा: महाशिवरात्रि को शिव रात्रि भी कहा जाता है, जिसका मतलब है कि यह रात्रि भगवान शिव की विशेष रूप से प्रसन्न होने की रात्रि है। इस रात्रि को जागरण करके भगवान शिव की आराधना की जाती है।

इसलिए, महाशिवरात्रि के दिन उपवास करके भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें और अपने जीवन को धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से समृद्ध करें

महाशिवरात्रि आहार (Maha Shivaratri recipes) 

महाशिवरात्रि के दिन भक्तगण विशेष प्रकार के आहार का सेवन करते हैं 

  • साबूदाना खिचड़ी: यह एक प्रमुख महाशिवरात्रि व्रत खाद्य है। साबूदाना, आलू, और अदरक के साथ बनाई जाती है।
  • कुटू की पूरी: कुटू के आटे से बनी पूरी व्रत के दिन खाई जाती है।
  • सिंघाड़े के आटे की रोटी: सिंघाड़े के आटे से बनी रोटी भी व्रत के दिन खाई जाती है।
  • कटहल की सब्जी: कटहल की सब्जी भी महाशिवरात्रि के दिन बनाई जाती है।
  • मूंगफली की चिक्की: यह एक पॉपुलर मिठाई है जो व्रत के दिन खाई जाती है।
  • बेसन के लड्डू: बेसन के लड्डू भी महाशिवरात्रि के दिन बनाए जाते हैं।
  • फल: व्रत के दिन फलों का सेवन करना भी अच्छा होता है।
  • दही: दही भी व्रत के दिन खाया जाता है।

ये आहार व्रत के दिन खाये जाते हैं और भगवान शिव की पूजा के समय उपयोग किए जाते हैं।

महाशिवरात्रि मनाने के पीछे के कारण: (Maha Shivaratri reasons)

  1. शिव-पार्वती विवाह: एक सर्वमान्य कारण यह है कि महाशिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का पर्व है। यह मिलन, शिव और शक्ति के दिव्य मेल का प्रतीक है, जो सद्भाव, संतुलन और ब्रह्मांडीय संघ का प्रतिनिधित्व करता है।

  2. तांडव नृत्य: एक अन्य मान्यता के अनुसार, इस रात्रि भगवान शिव ने सृजन, पालन और संहार के अपने ब्रह्मांडीय नृत्य, जिसे तांडव के नाम से जाना जाता है, का प्रदर्शन किया था। यह नृत्य ब्रह्मांड के चक्र को दर्शाता है।

  3. लिंग का प्रकट होना: एक अन्य कथा कहती है कि महाशिवरात्रि उस रात को चिन्हित करती है जब शिव ने स्वयं को लिंग के रूप में प्रकट किया था, जो उनकी दिव्य उपस्थिति का प्रतिष्ठित प्रतीक है। भक्त इस पवित्र रात्रि में शिवलिंग की पूजा करते हैं।

  4. विष का सेवन: शैव भक्तों (शिव के उपासक) के लिए महाशिवरात्रि का पर्व उस जहर से दुनिया को बचाने के लिए भगवान शिव के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए भी मनाया जाता है, जो समुद्र मंथन के दौरान निकला था। ऐसा माना जाता है कि दयालु भगवान शिव ने उस जहर को पी लिया और उसे अपने गले में जमा कर लिया, जिससे उनका गला नीला हो गया (इसलिए उन्हें नीलकंठ कहा जाता है)।

भगवान शिव: Lord Shiva 

जिन्हें महादेव या शंकर के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। आइए उनके और उनके दिव्य परिवार के बारे में और अधिक जानें:

Lord Shiva
Lord Shiva

रूप और प्रतीक:

  • भगवान शिव को अक्सर एक योगी के रूप में दर्शाया जाता है, जिनकी गर्दन नीली होती है। यह समुद्र मंथन के दौरान विष के सेवन का प्रतीक है।
  • वह अपने हिमालयी निवास, कैलाश पर्वत पर बाघ की खाल पर विराजमान हैं।
  • गंगा उनकी जटाओं से निकलती है।
  • उनकी तीसरी आंख दूरदृष्टि और आंतरिक ज्ञान का प्रतिनिधित्व करती है।
  • नंदी, बैल, उनके वाहन के रूप में कार्य करता है।

भगवान शिव का परिवार: (Lord Shiva Family)

  • पार्वती: उनकी पत्नी और उनके दो बेटों की माता।
  • कार्तिकेय (सुब्रह्मण्य): युद्ध के देवता, जिन्हें अक्सर मोर पर सवार दिखाया जाता है।
  • गणेश (विनायक): बाधाओं के देवता, जिनका सिर हाथी जैसा होता है।
  • अशोक सुंदरी: उनकी बेटी।
  • देवी मनसा: उनकी मानस पुत्री।

Lord Shiva Family

कैलाश पर्वत: (Mount Kailash)

  • भगवान शिव कैलाश पर्वत पर निवास करते हैं, जो अब चीन के अधीन है।
  • बैल नंदी उनका वाहन है।

भगवान शिव से जुड़े त्यौहार: (Lord Shiva Festival)

महाशिवरात्रि: (Maha Shivaratri) हिंदू महीने माघ या फाल्गुन में अमावस्या की 13वीं रात या 14वें दिन प्रतिवर्ष मनाया जाता है।
भक्त पूरे दिन और रात भर पूजा-अर्चना करते हैं, अनुष्ठान करते हैं और व्रत रखते हैं।

शक्तिशाली शिव मंत्र: (Powerful Shiva Mantras) 

  • महा मृत्युंजय मंत्र: “ॐ त्र्यंबकं यजामहे सुगंधिम पुष्टि-वर्धनं…”

  • शिव मूला मंत्र: “ॐ नमः शिवाय।”

  • रुद्र गायत्री मंत्र: “ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि…”

भगवान शिव विनाश और पुनर्जन्म दोनों का प्रतिनिधित्व करते हैं, और उनकी आराधना आध्यात्मिक विकास और मोक्ष की ओर ले जाती है। ️

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