बेंगलुरु: भारत के सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग के अग्रदूतों में से एक, Narayana Murthy ने अपने पोते को ₹240 करोड़ मूल्य के शेयर उपहार में दिए हैं, जो वर्तमान में समाचार पत्रों में सुर्खियां बटोर रहा है। इन्फोसिस के सह-संस्थापक मूर्ति ने अपने बेटे रोहन मूर्ति के बेटे अर्जुन रोहन मूर्ति को 3.33 लाख शेयर उपहार में दिए हैं। वर्तमान बाजार मूल्य में इनकी कीमत ₹240 करोड़ है।

यह उपहार मूर्ति की संपत्ति को अगली पीढ़ी को हस्तांतरित करने की योजना का हिस्सा माना जा रहा है। 76 वर्षीय मूर्ति ने हाल ही में घोषणा की थी कि वे अपने जीवनकाल में अपनी अधिकांश संपत्ति को दान में देना चाहते हैं। मूर्ति के इस उपहार ने भारत में अमीरों द्वारा अपनी संपत्ति का प्रबंधन कैसे किया जाता है, इस बारे में बहस को फिर से जन्म दिया है। कुछ लोगों का कहना है कि मूर्ति का काम सराहनीय है और अगली पीढ़ी को अवसर प्रदान करने का यह एक शानदार तरीका है।

Narayana Murthy gifts shares worth ₹240 crore to his grandson
Narayana Murthy gifts shares worth ₹240 crore to his grandson

नारायण मूर्ति Narayana Murthy

नारायण मूर्ति, भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के एक आदर्श और प्रेरणा स्रोत के रूप में जाने जाते हैं। 1946 में जन्मे, उन्होंने अपनी दूरदर्शिता और कड़ी मेहनत के दम पर भारत को वैश्विक आईटी मानचित्र पर खड़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इन्फोसिस की स्थापना और सफलता: Establishment and success of Infosys

मूर्ति ने 1981 में छह अन्य इंजीनियरों के साथ मिलकर इन्फोसिस की स्थापना की। शुरुआत में एक छोटी सी कंपनी के रूप में शुरू हुई इन्फोसिस, मूर्ति के कुशल नेतृत्व और अभिनव सोच के बल पर धीरे-धीरे एक दिग्गज बन गई। उन्होंने वैश्विक बाजार का लाभ उठाया और भारत में सॉफ्टवेयर सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा दिया।

नारायण मूर्ति के नेतृत्व के मूल सिद्धांत: Narayan Murthy basic principles of leadership

Narayan Murthy के नेतृत्व के कुछ मूल सिद्धांत व्यापार जगत में प्रसिद्ध हैं। इनमें शामिल हैं:

  • कॉर्पोरेट गवर्नेंस पर जोर: मूर्ति ने पारदर्शिता और जवाबदेही पर आधारित मजबूत कॉर्पोरेट गवर्नेंस प्रथाओं को अपनाया।
  • कर्मचारियों का सम्मान: उन्होंने कर्मचारियों को कंपनी की सफलता में भागीदार माना और उनके कौशल विकास पर ध्यान दिया।
  • नैतिक मूल्यों को बनाए रखना: उन्होंने हमेशा नैतिक व्यापार व्यवहार पर जोर दिया और कंपनी की साख को सर्वोपरि माना।

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सेवानिवृत्ति के बाद का जीवन:

2006 में, मूर्ति इन्फोसिस के कार्यकारी अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हुए, लेकिन कंपनी के सलाहकार के रूप में सक्रिय रहे। उन्होंने विभिन्न सामाजिक कार्यों में भी योगदान दिया और भारत में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए काम किया।

नारायण मूर्ति फैमिली Narayan Murthy Family

  • सुधा मूर्ति: नारायण मूर्ति की पत्नी और एक जानी-मानी लेखिका और समाजसेवी हैं। उन्होंने Infosys की शुरुआत में कंपनी को आर्थिक मदद भी की थी।

  • रोहन मूर्ति: नारायण मूर्ति के बेटे हैं। हालाँकि, नारायण मूर्ति ने कभी भी अपने परिवार के सदस्यों को Infosys के बिजनेस में शामिल नहीं किया। रोहन मूर्ति की शादी अक्षता मूर्ति से हुई है, जो भारतीय मूल की ब्रिटिश नागरिक हैं।

  • Narayan Murthy Family
    Narayan Murthy Family

    पोता: रोहन मूर्ति के बेटे अर्जुन रोहन मूर्ति हैं, जिन्हें हाल ही में उनके दादा नारायण मूर्ति ने 240 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर उपहार में दिए थे।

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