उद्घाटन समारोह में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। उद्घाटन समारोह का आयोजन तवांग में किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि सेला सुरंग भारत की रक्षा और विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि यह सुरंग भारत की सीमा सुरक्षा को मजबूत करेगा और क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा। उद्घाटन समारोह के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने सुरंग का दौरा भी किया। सेला सुरंग का उद्घाटन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह सुरंग भारत की रक्षा, अर्थव्यवस्था, सामाजिक विकास और पर्यावरण सभी के लिए महत्वपूर्ण है।
देश को मिली दुनिया की सबसे लंबी डबल लेन सुरंग, “सेला सुरंग” The country got the world’s longest double lane tunnel, “Sela Tunnel“.
अरुणाचल प्रदेश में विकास की एक नई गाथा लिखी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में दुनिया की सबसे लंबी डबल लेन सुरंग, “सेला सुरंग” का उद्घाटन किया। यह उपलब्धि भारत के लिए गौरव का विषय है।
लगभग 825 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह सुरंग अरुणाचल प्रदेश के कामेंग जिले में स्थित है। यह ना सिर्फ किसी इंजीनियरिंग का कमाल है, बल्कि रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है।
सेला सुरंग की खासियत:
- लंबाई: यह सुरंग करीब 11.5 किलोमीटर लंबी है, जो इसे दुनिया की सबसे लंबी डबल लेन सुरंग बनाती है।
- सभी मौसम में संपर्क: तवांग को साल भर सभी मौसमों में जोड़ने के लिए इस सुरंग का निर्माण किया गया है। इससे पहले बर्फबारी के दौरान तवांग का संपर्क टूट जाता था।
- रणनीतिक महत्व: 1962 के युद्ध में चीन के साथ हुए संघर्ष को देखते हुए यह सुरंग भारत की सुरक्षा के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
यह सुरंग ना सिर्फ सैनिकों की आवाजाही को आसान बनाएगी बल्कि तवांग के विकास में भी मील का पत्थर साबित होगी। अब पर्यटन और व्यापार को भी गति मिलने की उम्मीद है।
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सेला सुरंग का महत्व Importance of Sela Tunnel
सेला सुरंग का महत्व अनेक पहलुओं से देखा जा सकता है, जिनमें प्रमुख हैं:
रणनीतिक महत्व:
- यह सुरंग भारत को चीन के साथ लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास स्थित तवांग शहर तक साल भर सभी मौसमों में संपर्क प्रदान करती है।
- इससे पहले, बर्फबारी के दौरान तवांग का संपर्क बाधित हो जाता था, जिससे सैनिकों और रसद की आवाजाही में मुश्किलें होती थीं।
- सुरंग से सेना को LAC पर तेजी से सैनिकों और रणनीतिक सामग्री को स्थानांतरित करने में मदद मिलेगी, जिससे सीमा सुरक्षा मजबूत होगी।
आर्थिक महत्व:
- तवांग एक पर्यटन स्थल है, और सुरंग से साल भर पर्यटकों की आवाजाही में वृद्धि होगी।
- इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
- सुरंग से व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी।
सामाजिक महत्व:
- सुरंग से तवांग के लोगों को बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सुविधाओं तक पहुंच प्राप्त होगी।
- इससे क्षेत्र में सामाजिक विकास को गति मिलेगी और लोगों का जीवन स्तर बेहतर होगा।
पर्यावरणीय महत्व:
- सुरंग के निर्माण में पर्यावरणीय सुरक्षा का ध्यान रखा गया है।
- सुरंग से वाहनों का उत्सर्जन कम होगा, जिससे वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
- सुरंग से क्षेत्र में जल संरक्षण और वनीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा।
सेला सुरंग के कुछ अन्य महत्वपूर्ण पहलू:
- यह सुरंग 13,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जो इसे दुनिया की सबसे ऊँची सुरंगों में से एक बनाती है।
- सुरंग में एलईडी लाइटिंग, आपातकालीन निकास, और वेंटिलेशन सिस्टम जैसी आधुनिक सुविधाएं हैं।
- सुरंग का निर्माण भारतीय सेना के इंजीनियरिंग कोर द्वारा किया गया था, जो एक अद्भुत उपलब्धि है।