Kamada Ekadashi: हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है, और इनमें से कामदा एकादशी का स्थान सर्वोच्च है। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाने वाली कामदा एकादशी न केवल आध्यात्मिक शुद्धि का वरदान देती है, अपितु आत्मा के विकास और मोक्ष प्राप्ति की दिशा भी प्रशस्त करती है।
कामदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु, जो सृष्टि के पालनकर्ता हैं, उनकी विशेष रूप से पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन सच्चे मन से की गई उपासना और विधि-विधान से पूर्वजन्म के पापों से मुक्ति मिलती है। कमला एकादशी का व्रत रखने और भगवान विष्णु की आराधना करने से व्यक्ति के मन में सकारात्मक भावों का संचार होता है। क्रोध, लोभ, मोह और द्वेष जैसे नकारात्मक विचारों का त्याग होता है और आत्मिक शांति का अनुभव होता है।
कथाओं के अनुसार, Kamada Ekadashi का व्रत करने से व्यक्ति को राक्षस योनि से मुक्ति भी मिल सकती है। यह इस बात का प्रतीक है कि कामदा एकादशी न केवल बाहरी अशुद्धियों को दूर करती है, बल्कि आंतरिक विकारों को भी समाप्त करती है। इस पर्व के माध्यम से व्यक्ति अपने अहंकार का त्याग कर विनम्रता का भाव धारण करता है, जो आध्यात्मिक विकास का मूल आधार है।