भारत की आर्थिक गतिविधियों में तेज़ी देखी जा रही है। ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में देश की सकल घरेलू उत्पाद (India’s GDP) विकास दर 8.4% रही। यह पिछली तिमाही की तुलना में काफ़ी अधिक है और अर्थशास्त्रियों के अनुमानों को भी पार कर गया है।

विशेषज्ञों का मानना है कि उपभोक्ता मांग में सुधार और बेहतर निर्यात के कारण यह उछाल आया है। मजबूत विनिर्माण क्षेत्र के प्रदर्शन ने भी समग्र विकास दर को बढ़ाने में योगदान दिया है।

भारत की जीडीपी वृद्धि तिमाही 3 में बढ़कर 8.4% India’s GDP growth increases to 8.4% in quarter 3

मुख्य बातें:

  • वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में भारत की जीडीपी वृद्धि 8.4% रही।
  • यह पिछले 8 सालों में सबसे अधिक जीडीपी वृद्धि है।
  • यह वृद्धि मजबूत उपभोक्ता मांग, बेहतर निर्यात और विनिर्माण क्षेत्र के प्रदर्शन से प्रेरित है।
  • वित्त वर्ष 24 के लिए जीडीपी वृद्धि का अनुमान 7.6% है।

विवरण:

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत की जीडीपी वृद्धि तिमाही 3 में 8.4% रही। यह पिछली तिमाही (7.6%) और पिछले वर्ष की इसी तिमाही (4.3%) की तुलना में अधिक है।

India's GDP growth accelerated to 8.4% in Q3
India’s GDP growth accelerated to 8.4% in Q3

यह वृद्धि मजबूत उपभोक्ता मांग, बेहतर निर्यात और विनिर्माण क्षेत्र के प्रदर्शन से प्रेरित है। उपभोक्ता मांग त्योहारों के मौसम और बेहतर रोजगार के अवसरों से बढ़ी है। निर्यात वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार से प्रेरित है। विनिर्माण क्षेत्र में भी वृद्धि देखी जा रही है, जो बुनियादी ढांचे के विकास और सरकारी खर्च से प्रेरित है।

वित्त वर्ष 24 के लिए जीडीपी वृद्धि का अनुमान 7.6% है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह अनुमान थोड़ा कम हो सकता है।

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भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत: Positive signs for Indian economy:

  • जीडीपी वृद्धि: वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में भारत की जीडीपी वृद्धि 8.4% रही, जो पिछले 8 सालों में सबसे अधिक है।
  • उपभोक्ता मांग: त्योहारों के मौसम और बेहतर रोजगार के अवसरों के कारण उपभोक्ता मांग में वृद्धि हुई है।
  • निर्माण क्षेत्र: निर्माण क्षेत्र में भी वृद्धि देखी जा रही है, जो बुनियादी ढांचे के विकास और सरकारी खर्च से प्रेरित है।
  • सेवा क्षेत्र: सेवा क्षेत्र, जो भारत की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, में भी वृद्धि देखी जा रही है।
  • कृषि क्षेत्र: कृषि क्षेत्र में भी वृद्धि देखी जा रही है, जो मानसून के अच्छे प्रदर्शन से प्रेरित है।
  • निर्यात: भारत का निर्यात भी बढ़ रहा है, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार से प्रेरित है।
  • विदेशी मुद्रा भंडार: भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी बढ़ रहा है, जो अर्थव्यवस्था की मजबूती का संकेत है।
  • सरकारी सुधार: सरकार द्वारा किए गए सुधारों से भी अर्थव्यवस्था को गति मिलने की उम्मीद है।

    India's GDP growth increases to 8.4% in quarter 3
    India’s GDP growth increases to 8.4% in quarter 3

अर्थव्यवस्था के लिए कुछ चुनौतियां: Some challenges for the economy

  • मुद्रास्फीति: मुद्रास्फीति अभी भी भारतीय रिजर्व बैंक के लक्ष्य से ऊपर है।
  • वैश्विक अनिश्चितता: वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता भारत की अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित कर सकती है।
  • ब्याज दरें: बढ़ती ब्याज दरें अर्थव्यवस्था को धीमा कर सकती हैं।

वैश्विक जीडीपी वृद्धि 3.6% है, जो पिछले वर्ष की तुलना में कम है। यह कमी कई कारकों के कारण है, जिनमें शामिल हैं: Global GDP growth is 3.6%, which is lower than last year. This decrease is due to several factors, including

  • यूक्रेन में युद्ध: यूक्रेन में युद्ध ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।
  • मुद्रास्फीति में वृद्धि: मुद्रास्फीति में वृद्धि ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।
  • ब्याज दरों में वृद्धि: ब्याज दरों में वृद्धि ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।

भारत की जीडीपी वृद्धि वैश्विक जीडीपी वृद्धि से काफी अधिक है। यह भारत के लिए एक अच्छा संकेत है, और यह दर्शाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है।

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