भारत और Maldive के बीच चल रहे तनाव के बीच, मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने मौजूदा सरकार के रवैये की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि भारत के बहिष्कार की वजह से मालदीव की अर्थव्यवस्था पर काफी बुरा असर पड़ा है।
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Nasheed: Maldive के पूर्व राष्ट्रपति “मैं भारत में हूँ और इस स्थिति से बहुत चिंतित हूँ
नशीद ने भारत में रहते हुए मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैं भारत में हूँ और इस स्थिति से बहुत चिंतित हूँ। मैं कहना चाहता हूँ कि मालदीव के लोग माफी मांगते हैं, हमें खेद है कि ऐसा हुआ है। हम चाहते हैं कि भारतीय पर्यटक छुट्टियां मनाने के लिए मालदीव आते रहें, और हमारी मेहमान नवाजी में कोई बदलाव नहीं आएगा।”
गौरतलब है कि हाल ही में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइजजू ने भारत को “बully” (धौंस जमाने वाला) बताया था, जिसके बाद भारत ने मालदीव को जाने वाली कुछ खास उड़ानों और हेलीकॉप्टर सेवाओं को रद्द कर दिया था।
नशीद ने भारत के इस कदम को सही ठहराया है। उनका कहना है कि ये विमान और हेलीकॉप्टर चिकित्सीय निकासी के लिए मालदीव लाए गए थे। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा मालदीव की मदद के लिए सबसे आगे रहा है।
उन्होंने कहा, “जब मालदीव के राष्ट्रपति ने भारतीय सैनिकों को वापस भेजने को कहा तो भारत ने बल नहीं दिखाया बल्कि बातचीत की। यही एक जिम्मेदार महाशक्ति का काम है।”
उन्होंने यह भी बताया कि 1988 में मालदीव में तख्तापलट की कोशिश के दौरान भारत ने मदद की थी और कोविड के वक्त भी भारत ने ही सबसे पहले मालदीव को वैक्सीन उपलब्ध करवाई थी।
अंत में उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि मौजूदा तनाव जल्द ही खत्म हो जाएगा।