केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने शुक्रवार को 61वें राष्ट्रीय समुद्री दिवस (National Maritime Day) (april 5 special day in india) के अवसर पर नाविकों को ढेर सारी शुभकामनाएं दीं और उनके साहस और प्रतिबद्धता को श्रद्धांजलि दी।
गडकरी ने एक बयान में कहा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत का समुद्री क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। हमारे देश का लगभग 90 प्रतिशत व्यापार समुद्री मार्ग से होता है।”
उन्होंने कहा, “यह दिन हमारे देश के समृद्ध समुद्री इतिहास और वैश्विक व्यापार में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को याद करने का अवसर है।”
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार देश के समुद्री क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस क्षेत्र में कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
बयान में कहा गया है कि मंत्रालय नाविकों के कल्याण के लिए भी काम कर रहा है और उनके जीवन और कार्य परिस्थितियों को बेहतर बनाने के लिए कई पहल कर रहा है।
Wishing #NationalMaritimeDay with gratitude for the dedicated seafarers and rich maritime legacy. ⚓🌊
Their resilience and contributions shape our maritime history and future endeavors. Let's honor their valor and commitment while cherishing the maritime heritage that binds us. pic.twitter.com/Rxcx4DIger
— Nitin Gadkari (मोदी का परिवार) (@nitin_gadkari) April 5, 2024
राष्ट्रीय समुद्री दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?: When and why is National Maritime Day celebrated?, what is national maritime day?
हर साल 5 अप्रैल को National Maritime Day मनाया जाता है। (Maritime day meaning) यह दिन उन नाविकों और यात्रियों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है, जो महीनों समुद्र में बिताते हैं। यह दिन समुद्री क्षेत्र और उद्योग को प्रभावित करने वाले मुद्दों को उजागर करने का अवसर प्रदान करता है।
इस दिन प्रदूषण और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए वैश्विक सहयोग की कमी से लेकर जहाज और बंदरगाह श्रमिकों की काम करने की स्थिति में सुधार तक कई मुद्दों पर चर्चा होती है। इन मुद्दों का जल्द समाधान होना बेहद जरूरी है।
ये भी पढ़ें:- उगादी पर्व: हिंदू नव वर्ष का उत्सव
National maritime day of india History: राष्ट्रीय समुद्री दिवस का इतिहास
भारतीय समुद्री क्षेत्र का इतिहास बहुत समृद्ध है। भारत प्राचीन काल से ही समुद्री व्यापार में अग्रणी रहा है।
National Maritime Day पहली बार 5 अप्रैल 1964 को मनाया गया था। यह दिन स्वतंत्र भारत के पहले स्वदेशी जहाज “एसएस जहाज जय हिंद” के प्रस्थान की याद में मनाया जाता है। यह जहाज 5 अप्रैल 1948 को मुंबई से लंदन के लिए रवाना हुआ था।
इस दिन, भारत सरकार समुद्री क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को “वरुण” पुरस्कार से सम्मानित करती है। यह पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों में दिया जाता है, जैसे कि नौवहन, बंदरगाह संचालन, जहाज निर्माण, और समुद्री शिक्षा।
राष्ट्रीय समुद्री दिवस का उद्देश्य समुद्री क्षेत्र के महत्व को उजागर करना और इस क्षेत्र में भारत के योगदान को याद करना है। यह दिन समुद्री क्षेत्र के विकास और नाविकों के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
- भारत का समुद्री क्षेत्र 7,500 किलोमीटर लंबा है।
- भारत दुनिया का छठा सबसे बड़ा जहाज निर्माण देश है।
- भारत के पास 12 प्रमुख बंदरगाह हैं।
- भारत का समुद्री क्षेत्र देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7% का योगदान देता है।
राष्ट्रीय समुद्री दिवस का महत्व: Significance of Maritime day in india
National Maritime Day का महत्व निम्नलिखित है:
1. समुद्री क्षेत्र का महत्व:
यह दिन भारत के विशाल समुद्री क्षेत्र के महत्व को उजागर करता है। भारत का समुद्री क्षेत्र 7,500 किलोमीटर लंबा है और इसमें 12 प्रमुख बंदरगाह हैं। यह क्षेत्र देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7% का योगदान देता है।
2. भारत का समृद्ध समुद्री इतिहास:
यह दिन भारत के समृद्ध समुद्री इतिहास की याद दिलाता है। भारत प्राचीन काल से ही समुद्री व्यापार में अग्रणी रहा है।
3. समुद्री क्षेत्र में भारत का योगदान:
यह दिन समुद्री क्षेत्र में भारत के योगदान को याद करता है। भारत दुनिया का छठा सबसे बड़ा जहाज निर्माण देश है।
4. समुद्री क्षेत्र के विकास और नाविकों के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता:
यह दिन समुद्री क्षेत्र के विकास और नाविकों के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
5. समुद्री क्षेत्र से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर:
यह दिन समुद्री क्षेत्र से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करता है।
6. जागरूकता फैलाना:
यह दिन समुद्री क्षेत्र के बारे में जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
7. राष्ट्रीय एकता:
यह दिन देश के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को एकजुट करता है और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देता है।
8. आर्थिक विकास:
यह दिन समुद्री क्षेत्र के विकास के माध्यम से देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है।
9. रोजगार सृजन:
यह दिन समुद्री क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है।
10. पर्यावरण संरक्षण:
यह दिन समुद्री पर्यावरण की रक्षा के महत्व को याद दिलाता है।
National Maritime Day Celebration: राष्ट्रीय समुद्री दिवस समारोह
National Maritime Day पूरे भारत में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन के साथ मनाया जाता है। इन कार्यक्रमों में शामिल हैं:
1. सेमिनार और कार्यशालाएं:
समुद्री क्षेत्र से संबंधित विभिन्न विषयों पर सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं। इन कार्यक्रमों में विशेषज्ञ, नाविक, और नीति निर्माता भाग लेते हैं।
2. पुरस्कार समारोह:
समुद्री क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को “वरुण” पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। यह पुरस्कार विभिन्न श्रेणियों में दिया जाता है, जैसे कि नौवहन, बंदरगाह संचालन, जहाज निर्माण, और समुद्री शिक्षा।
3. प्रदर्शनियां:
समुद्री क्षेत्र से संबंधित विभिन्न विषयों पर प्रदर्शनियां आयोजित की जाती हैं। इन प्रदर्शनियों में जहाजों, मॉडलों, और उपकरणों का प्रदर्शन किया जाता है।
4. सांस्कृतिक कार्यक्रम:
समुद्री क्षेत्र से संबंधित विभिन्न विषयों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में नृत्य, संगीत, और नाटक शामिल हैं।
5. जागरूकता अभियान:
समुद्री क्षेत्र के महत्व और समुद्री सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए अभियान चलाए जाते हैं।
6. अन्य कार्यक्रम:
इसके अलावा, कई अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं, जैसे कि रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान, और वृक्षारोपण कार्यक्रम।